फॉलो-अप कैसे करें, क्लोज़िंग के मास्टर कैसे बने?
क्या आप भी उन लोगों में अपना नाम लिखना चाहते हैं जो लोग 10 में 6 – 8 क्लोज़िंग निकालते हैं या फिर आप जिंदगी भर उन लोगों में रहना चाहते हैं जो 10 में 1 – 2 क्लोज़िंग निकालते हैं? यकीनन आप 6 – 8 क्लोज़िंग निकालने वाले व्यक्ति बनना चाहते हैं और उसके लिए क्या करना पड़ेगा?
आप मेहनत तो कर ही रहे हैं लेकिन आपको अपका स्किल डेवलप करना पड़ेगा और वह स्किल है लोगों को नेटवर्क बिजनेस में जॉइन कराना। तो आज इस आर्टिकल में मैं आपको कुछ मिस्टेक्स बताने वाला हूँ, जो आपको क्लोज़िंग में कभी नहीं करनी है।
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अगर यह गलती आपने क्लोज़िंग में की तो आपका रिज़ल्ट रेश्यो बहुत ही कम हो जाएगा और अगर यह गलतियों का आपने ध्यान रखा तो आपका रिज़ल्ट बढेगा, और आपकी टीम भी बढेगी, साथ में आपकी इनकम भी बढ़ने वाली हैं। तो आर्टिकल को ध्यान से समझे और पूरा पढे।
सबसे पहले क्लोज़िंग का मतलब समझिए क्लोज़िंग है क्या?
क्लोज़िंग का मतलब है रिज़ल्ट निकालना, मान लीजिये आप एक प्रॉस्पेक्ट का नाम लिस्ट में लिखते हैं, उसको इनवाइट करते हैं, एक-दो बार इनवाइट करते हैं, उसके साथ मीटिंग सेट अप करते है, मीटिंग में जाते हैं, प्लैन दिखाते हैं। प्रोडक्ट्स दिखाते है। सारी इन्फॉर्मेशन देते हैं, लेकिन उसे जॉईन नहीं करा पाते।
यानी आपकी जो शुरुआत की पूरी प्रोसेसर है वो बेकार चली गई। इसलिए क्लोज़िंग में मास्टर होना बहुत ज्यादा जरुरी है। देखिये मैं आपको सीखने के लिए नहीं बता रहा हूँ। मैं आपको मास्टर होने के लिए बता रहा हूँ, आपको मास्टर होना पड़ेगा क्लोज़िंग में तब भी आप एक अच्छा लीडर बन पायेंगे।
गलती नंबर एक
पहले क्या होता है कि आप प्लैन दिखाने के बाद क्लोज़िंग करने के लिए कुछ वक्त लेते हैं जैसे कि अभी प्लान हुआ तो अगले 24 घंटे में क्लोज़िंग कीजिए। अगले 48 घंटे में क्लोज़िंग कीजिये सबसे बड़ी मिस्टेक है क्योंकि वो 24-48 घंटे ऐसे होते हैं जब आपका प्रॉस्पेक्ट दुनिया भर के लोगों से सलाह लेता है, जब कि उसे पूरा नॉलेज नहीं है वह आधि अधूरी चीजें बता के लोगों से पूछता है।
खास करके अपने दोस्तों से और वहाँ से उसे नेगेटिव रिप्लाइ ही मिलता है। ज़माना बहुत तेज हो चुका है जब प्रॉस्पेक्ट आपके सामने बैठा है जब आपने उसको अभी प्लैन दिखाया है अगर सामने आप उसके डाउट्स क्लियर नहीं कर पा रहे है, सामने विश्वास नहीं दिला पा रहे है उसी वक्त अगर आप क्लोज़िंग नहीं कर पा रहे है तो आप 24 से 48 घंटो बाद कैसें क्लोज़िंग कर पाओगे?
गलती नंबर दो
प्लैन खत्म होने के बाद क्लोज़िंग के समय पर डिसीजन ना पूछना?
कई सारे लोग डिसिशन पूछते ही नहीं है और उसके बदले क्या करते है, उस इंसान को मोटिवेट करते रहते है और मोटिवेट करते रहते है और आपको जितना कुछ आता है सब बताना मैं शुरू हो जाते है में ऐसा करता था।
जितनी आपको कहानियाँ पता है वो सारी चीज़े आप बताते जा है वो सुनता जा रहा है, उसकी हालत क्या हो जाती है? एक मोबाइल जो फुल चार्ज हो चुका है उसको आप ओर चार्ज करते रहते हो। फिर प्रॉस्पेक्ट अपने घर चला जाता है। आप अपने घर चले जाते हो, आप डिसीजन पूछते ही नहीं हो और मैंने देखा है ज्यादातर लोग यही गलती करते हैं।
गलती नंबर तीन
जब भी आप क्लोज़िंग करते हैं तब हाँ और ना Yes और No यह दोनों ऑप्शन खुले रखिए।
देखिए आपका जो प्रॉस्पेक्ट है ना, वो दिमाग एक मान के बैठा है की अब ये भाई साहब मुझे प्रॉडक्ट लेने के लिए बताएंगे या फिर ये मुझे कहेंगे कि आप इस कंपनी को जॉइन किजीये? यह प्रॉस्पेक्ट के दिमाग में चल रहा है, आपके शब्द, सिर्फ एक डायरेक्शन में जाएंगे।
तो उनको लगेगा कि यह सिर्फ मुझे जॉइन करना चाहते हैं और अगर आपका बिहेव्यर भी ऐसा होगा तो वह अपने दिमाग में एक दीवार बना लेगा और उसके बाद आपकी कोई भी बात उनके दिमाग में जाती नहीं है, तो आपको वह कहेंगे ठीक है, बाद में मिलते हैं, चलिए कोई बात नहीं, मैं सोचकर सोच कर बताता हूँ,
यह सारी बातें कब होती है? जब प्रॉस्पेक्ट्स सोचना बंद कर देता है, वो एक चीज़ सोच के बैठ जाता है की यह मुझे जॉइन करना चाहते हैं और मुझे अभी जॉइन नहीं होना है
तो यहाँ पर आपको एक चीज़ समझना है कि आपका प्रॉस्पेक्टस जब तक फ्री फील नहीं करेगा, प्रेशर माईंड से नहीं सुनेगा तब तक वो नेगेटिव रिज़ल्ट की तरफ जाएगा।
इसके लिए आप यह चीज़ बता सकते हैं कि देखिये अगर आप इस बिज़नेस को ज्वॉइन करते हैं तब भी आपका वेलकम है और नहीं करते हैं तब भी आपका वेलकम है इसलिये 10 लोगों को प्लेन दिखाते हो तो 5 लोग जॉईन करते हैं।
मेरा काम सिर्फ बताना है। मैंने आपको बता दिया डिसिशन आपको लेना है और जो भी डिसीजन आप लेंगे मैं उसे एक्सेप्ट करूँगा। मैं आपको जॉईन करने के लिये फोर्स नहीं करूँगा, अगर यह आप क्लियर कर दे तो आपका प्रॉस्पेक्ट सोचेगा कि मुझे ज्वॉइन करना है की नहीं उसके बाद अगर वह डिसिशन लेता है, तो उसको फिर कोई नेगेटिव नहीं कर पाएगा और वह डेफिनिट्ली आपके साथ ज्वॉइन करेगा।
गलती नंबर चार
प्रॉस्टेट का ईगो हर्ट कर देना, यह किसी भी हालत में नहीं करना है। आप कुछ भी ऐसा मत बोलिए की आपके प्रॉस्पेक्ट का ईगो हर्ट हो जाए। एक बात याद रखिये लोगों के लिए ईगो, उसके सपने, उसकी सफलता, पैसे सब चीज़ से बड़ा है।
ऐसे बहुत से लोग हैं दुनिया में जिनके लिए ईगो सब कुछ है। अगर आपने ईगो हर्ट कर दिया आप दुनिया की सबसे अच्छी कंपनी में दुनिया की सबसे अच्छी प्रॉडक्ट को बहुत बेहतरीन तरीके से दिखाओगे तब भी वो आपके साथ जॉईन नहीं करेगा।
तो ज्यादातर केस में अगर प्रॉस्पेक्ट आपके बारे में नेगेटिव बोलता है आपके प्रॉडक्ट और कंपनी के बारे में नेगेटिव बोलता है, तो आप उसे पॉज़िटिव करने की कोशिश भी कीजिए।
क्योकीं जो व्यक्ति हमारे साथ जॉईन नहीं करता है वह हमारा दुश्मन नहीं है। इसलिये ईगो हर्ट करने से आप एक दरवाजा बंद कर देते हैं और अगर आपको यह आदत हो गयी तो यही चीज़ आपकी टीम में डुप्लिकेट होगी और आप बिज़नेस से बाहर चले जाओगे।
गलती नंबर पांच
पैसा ना मांगना? सीधा बात करना पड़ेगा की अगर आप जॉइन करना चाहते हैं तो आपको पैसा देना है। दीजिए पैसा हम शुरू करते हैं इस में किस चीज़ का डर है? अगर आप पैसा नहीं मांग रहे हैं, यानी की आपको खुद विश्वास नहीं है कि इस बिज़नेस से आप आगे बढ़ पाएंगे या यह बिज़नेस चलता है
अगर आपको पैसा मांगने से डर लगता है, इसका एक सीधा हिसाब है कि आपको अभी भी नेटवर्किंग के ऊपर इस बिज़नेस के ऊपर इसके पोटेंशिअल के ऊपर आपको विश्वास नहीं है।
पहले आपको अपने डाउट को क्लियर करने की जरूरत है। अगर आपको लगता है यह 100% सही रास्ता यहाँ से आगे बढ़ा जा सकता है तो आप लोगों को विश्वास दिलायें और तब आपको पैसा माँगने में बिलकुल डरने की जरूरत नहीं।
तो दोस्तों, यह पांच मिस्टेक्स में से कौन सी मिस्टेक आपको सबसे ज्यादा इम्पोर्टेन्ट लगी? यह हमें कॉमेंट्स करके जरूर बताना और मुझे उम्मीद है यह आर्टिकल आपको पसंद आया होगा। अगर यह आर्टिकल आपको पसंद आया तो आप इसे आपके टीम में शेअर करना ना भूलें ताकी आपकी टीम के लोग भी इन गलतीयों को ना करें।
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